दुर्गा बन कर प्यार किया काली बन दुश्मनों का संहार किया अंशुईया बन देबों को दुलार किया कल्पना बन नीले गगन को पार किया हे नारी, तु अब अबला नही सारे विश्व ने तुमको मान दिया नारी शक्ति