झूठे रिश्तों से वाबस्ता ज़िन्दगी कि सजावट हमसे होगी नहीं बस अब और ज़ियादा उसूलों से ख़िलाफ़त हमसे होगी नहीं मुक़्क़मल हुँ ख़ुद में कि देखुँ जो रंग तक़दीर दिखलाये ये बेज़ारी और बेचारगी की दिखावट हमसे होगी नहीं वो ज़माना कुछ और था इक आहट पे दिल मचलता था जब हम ख़ुद वो नहीं तो वो मुहब्बत हमसे होगी नहीं गिला तो ख़ैर अपनों से किया जाता है गैरों से ख़ुद उनकी शिक़ायत हमसे होगी नहीं अपनी हर सादगी दुनिया हमेशा यूँ हवा में उछाल दे फिर भी मुस्कुराते रहे अब इतनी सदाक़त हमसे होगी नहीं khyaal bas yu hi.... #nojoto #nojotohindi #lostlove #writerinme #Dilse #thought #kavishaala #nojotoquotes #basyuhi