ऐतराज़ है उन्हें मेरी कोशिशों से भी की थक हार कर ये क्यों बैठता ही नहीं क्यों गिर के संभलना है जब फिर गिर जाओगे क्यों हार मान कर ये कहीं ठहरता ही नहीं... ©SHAILESH TIWARI ऐतराज़ #farmersprotest