मेरे ज्ञान दाता को सादर प्रणाम, सर्वप्रथम मेरे गुरु माता-पिता का नाम, गुरु बिन न संसार हैं, यहीं जगत का आधार हैं, गुरु की इस जगत में महिमा अपरम्पार हैं, उसके साये में ज्ञान का भंडार हैं, हर युग मे गुरु का होता बखान हैं, गुरु ही विश्व मे महान हैं, गुरु बिन हम अज्ञान हैं, गुरु ही मेरी पहचान हैं । आज गुरु पूर्णिमा के पावन मौके पर हमारे साथ कोलेब करें और इस मौके को खास बनाए।साहित्य के क्षेत्र में अपना हुनर दिखाने का एक सुंदर अवसर। साहित्य प्रेमियों को सुनहरा अवसर अपना कौशल दिखाने का। अगर आपको लिखना पसन्द है तो अब बिना चिंता किये आ जाइए हमारे पास, हम आपके लिए लेकर आये हैं एक सुनहरा मौका। For insta 👇 👇 अपनी रचनाओं को प्रकाशित कराने और प्रतियोगिताओं(बिना किसी प्रवेश शुल्क के) से ढेरों इनाम जीतने के लिये हमारे insta पेज @thekeyofpoetryvalley को अभी फ़ॉलो करें, जिससे आपको आगे की जानकारी दे सकें। Link in bio और अपने लेखक दोस्तों को भी ये शेयर करें जिससे उन्हें भी इसका फायदा हो सके। For competition 👇 👇 👇 प्रतियोगिता-3 , तो जल्दी आईऐ KOPV को follow करें,