मेरे प्रेम को अब तुम्हारे प्रत्युत्तर की कोई आवश्यकता नहीं रही मैं भावनाओं से ऊपर प्रेम में वैराग्य पर हु मै शून्य हो कर भी तुम्हारे प्रेम में ही हु मै समग्र हो कर भी तुम्हारे प्रेम में ही थी मैं अब मैं रही ही नहीं मैं अब ब्रह्मांड का कोई सूक्ष्म कण हु,जो तुम्हारी ऊर्जा की प्रतीक्षा में हैं जिसे तुम्हे प्राप्त करने की कोई लालसा नहीं शेष रही हैं मैं समर्पित हु तुम तक,मैं अब मैं, मै से बहुत दूर हु मैने असंख्य असफल चेष्टाएं की,तुम पर अपना प्रेम व्यक्त कर ने की कदाचित मैं इस योग्य नहीं थी कभी के तुम मुझ से प्रेम करो और तुम्हारा धन्यवाद..!!! तुम ने मुझे मेरे प्रेम की शक्ति का आभास कराया,मै कृतार्थ हु मै समझ रही हु की किसी लालसा से परिपूर्ण कोई भी भावना मानव असमर्थता हो सकती हैं,प्रेम नहीं प्रेम तो अनंत हैं,प्रेम शिव है,प्रेम शक्ति है,प्रेम शुद्ध विरक्ति हैं मैंने अपनी आत्मा में अपने प्रेम को आत्मसात कर लिया है तुम्हे अत्यंत साधुवाद ईश्वर से प्रार्थना हैं तुम्हे सफल और योग्य जीवन प्राप्त हो मै नंदी की भाती तुम्हारी प्रतीक्षा में हु मुझे शक्ति बना देना तुम पर निर्भर है,यद्यपि तुम लौटो,न लौटो मुझे मेरी शुद्धता के लिए बाबा के चरणों में स्थान तो प्राप्त हो ही जाएगा जीवन अब लालसाओ से विरक्त अंतिम यात्रा पर केंद्रित हैं मैं ब्रह्माण्ड में अनंत काल तक अपना प्रेम लिए निवास करूंगी प्रेम विजय हैं,प्रेम पूर्ण हैं,प्रेम शुद्ध हैं और मैने प्रेम अर्जित कर लिया है नीलकंठ सदैव तुम्हारी रक्षा करे तुम्हे वो सब प्राप्त हो जिस की तुम्हे अभिलाषा है तुम्हारे सुख में मेरा सुख है और यहीं प्रेम की अभिलाषा है.. सदैव प्रसन्न रहो...!!!! ©ashita pandey बेबाक़ #Thinking लव शायरी शायरी लव स्टोरी लव स्टोरी लव शायरी हिंदी में शायरी लव रोमांटिक