जिन लम्हों में तुम ख़ामोशी चाहते हो वो पल तुम मेरे साथ काट सकते हो जब भी कोई तकलीफ़ हो या परेशानी तुम वो जज़्बात मेरे साथ बांट सकते हो कभी गुस्से से मन भारी हो जाए तो तुम मुझे बेझिझक डाट सकते हो मेरा रिश्ता तुम पर कोई बोझ नहीं है तुम जब चाहो ये डोर काट सकते हो 🧡🌺🧡🌺🧡🌺🧡🌺🧡🌺🧡🌺🧡🌺🧡🌺 ©Sethi Ji ❤️ सिलसिला यह चाहत का ❤️ किसी के दिल में रहना चाहते हो फिर अपना लो उसका हर गम । मत होने अपनी चाहत की प्यास को कभी कम ।