(READ IN CAPTION) सिर्फ़ बेटी बचाओ एक नारा नहीं ध्येय हमारा है..! बने वो कल्पना ,सुनिता, ईन्द्रा या चन्दा... पर हर रूप में अक़्स हमारा है. !! जो भी बने जो करे , पंखों को परवाज़ देना काम हमारा है...!! मणिकर्णिका से मर्दानी लक्ष्मीबाई बन इतिहास रच दिया....!! रानी पद्धमावती और कर्णावती ने अपने शील की रक्षा को जौहर कर लिया..!! ऐसी विरांगनाओ से परिपूर्ण ,माँ भारती का सीना गर्व से हरसाया है..!! एक बेटी हजार दरिंदों पर भारी, इतिहास में बार बार दोहराया है..!!