#मांकाआंचल ठोकरें खाकर सम्भलना अच्छा लगा! राह थी सकरी भटकना अच्छा लगा!! खूब ढूढ़ी खुशियाँ नहीं मिली ए मां! तेरे आंचल से लिपटना अच्छा लगा!! @अंजान #ma