वो फरेबी कहते हैं,आँखों को हमारी, अब क्या दें सबूत इन निगाहों का। जिसने सिर्फ और सिर्फ चाँद को देखा, वरना दाग तो उस पर भी कम ना थे। #RaysOfHope बस एक ही काम तो ईमानदारी से किया