प्रेम तो व्यर्थ ही हो गया तुमसे चाहा कब था मैंने अचानक ही बस आकार धर लिया उसने जब तक आया समझ मुझको दिल मेरा कब्जा लिया निष्ठुर ने सोचा थोड़ा दिमाग लगा लूँ क्या है तुम में ऐसा ख़ास ग़ौर कर लूँ पर ...दिमाग को मेरे निष्क्रिय बना दिया उसने जिह्वा को बस तुम्हारा ही नाम जाप सिखा दिया चतुर ने प्रेम ने तो सचमुच प्रेम-पाठ पढ़ा दिया अनजाने में.... 🌹 प्रेम वास्तव में बहुत सजीव होकर भी अजीब होता है..😊 पता नहीं चलता कि कब हमारे हृदय में बसकर हमें ही बेदखल कर देता है..सोच-समझ की दुनिया से..,😀😀अनुभव हुआ था कुछ वर्ष पहले😀😀😀 #mनिर्झरा 30/09/2020 #प्रेम #तुम्हारेसाथ #yqlove #feelings #lovequotes