green-leaves लोग पुराने साल नया है। अश्क़ नहीं रुमाल नया है। किया सवाल पुराना है पर। जिसने किया सवाल नया है। लाख कमाल हुए हैं लेकिन। ऐसा हुआ कमाल नया है। दुनिया बहुत पुरानी है तू। अपनी चाल सँभाल नया है। अब फ्यूचर की प्लानिंग कर ले। आने को जंजाल नया है। ©सूर्यप्रताप स्वतंत्र #GreenLeaves #कविता_संगम