ज़िन्दगी के बाज़ार में बहुत ग़म हैं, तो बहुत खुशियां भी तो हैं, इस संसार में, क्यो निराश होते हो, यूँही बेकार में, महकती सुबह, खिलखिलाती शामें फिर वापस आएंगी, बस थोड़ा सब्र, थोड़ी एहतियात, थोड़ी उम्मीद रखो, फिर लौटेगी मुस्कुराहटें, ज़िन्दगी के बाज़ार में - Parag Dubey PLEASE BE AT HOME, 🙏 #hindi_poetry #poem #hindi_shayari #WeWillWin #hindi_poem #kavita #stay_home_stay_safe