लिखते होंगे कई तुझे दिखावे के लिए कभी रूलाने तो कभी हंसाने के लिए पर मैं ना लिखुंगा उस एक दिन के लिए, दो शफ़ के लिए और वो शाम के लिए मैं लिखुंगा उस मां शब्द के अभिमान के लिए।। #a_word_to_the_god_on_earth