क्या कीमत लगाऊँ मैं उसकी, जो तुने मुझे एक दिन , तुमको छूने की इजाजत दी, मेरी आँखों में पानी हर रोज था और कहती है कि मैंनें भी तुमसे मोहब्बत की ॥ ©Ritik Nehra RITIK NEHRA #reading Sandhya