बीते लम्हों को ठहरे पलों मैं जीने की साजिश करता हूँ ; गांब को शहेर में लाने की कोशिश करता हूँ ; जवानी में जवान होने का हिम्मत रखता हूँ ; भाग -दौड़ भारी ज़िन्दगी से वक़्त की जेब काट कर, घर की बूढ़ी दादी, छोटी बहन, मा और अपने 10/12 के कमरे (जहाँ बचपन बीता )को याद करता हूँ ; बड़ा बेटा हूँ ना, बलिदान और साहस पालने का शौक रखता हूँ #सत्या