White फन के नाम पे हुनर नहीं है, फन के नाम पे जहर नहीं है, नजरिया हो सकता है नया कुछ, 'मणि' दौलत हड़प बैठूं,नजर नहीं है। फुंफकार, फनकार, कोई हरकत मेरे बस में नहीं, राहगुजर हो न हो, यहां मेरा गुजर नहीं है। पागल हूं मैं, उम्मीद पाले बैठा हूं, कभी बड़ा आदमी होऊंगा, सपना सुघर नहीं है। ©BANDHETIYA OFFICIAL #sad_qoute #नाउम्मीद