लिखै लिए बहुत कुछ चाहे छिये पर माय गे हमरा पास शब्द नय छै । कहै लिये बहुत कुछ चाहै छिये पर सुनै वाला कोई नय छै ।। सुनै वाला जौं मिलये जैतै त हमरा समझै वाला कौय नय छै । मन विचलित छै, नि:शब्द छिये तोयं ता सब जानवे करैं छैं केहने नय अब तोय हमर समाधान करैं छैं तोरो बिन के छै हमरो जे ,ऐसन अंजान बनैं छैं । ©Ranjesh Singh #Angika #Maa #bhavani