बत्तमिज हूं मैं क्यों की दिल की बात जो कहीं है। डरपोक हूं मैं क्यों की चुप जो खड़ी हूं। बेकार हूं मैं क्योंकि अपने आप में जो रहती हूं। नाकामयाब हूं मैं क्योंकि महफिलों की जान जो नहीं हूं। मान लिया तेरे हार इल्जाम को दिल से हमने, क्योंकि सच का चादर ओढ़े तेरी तरह झूठ में नहीं हूं। #life #truth #happy #reality #positive #vibes