#OpenPoetry लाखों करोड़ों की बात नहीं करता साहिब .. चैन से कर सकूं जीवन बसर @विकास इतना सा रोजगार चाहिए ..! टैलेंट की कमी नहीं है साहिब ... बस इसमें थोड़ा सही मगर निखार चाहिए ..! नसीहत अपने पास रखो साहिब ... बस आपका थोड़ा सही मगर साथ चाहिए.! झूठी तसल्ली का क्या करूं साहिब .. मुझे थोड़ी सही मगर सच्ची सौगात चाहिए..! myself_ vikash_✍️ बेरोज़गारी #my #myself_vikash #emptiness #poverty #Education #OpenPoetry