उगतो सूरज उग्यो राज मं राजस्थान सूं देस कै खातर लड़यो घणो उं मान-सम्मान सूं दिल्ली का सिंहासन पे जो राज करै काज पे उं कै दुन्यां आज बी नाज़ करै बैरी आया कतरा ईं पर हट्यो नहीं जो थान सूं पीठ दिखाईं कदै नं बैरी डटर लड्यो जो शान सूं मूंड हथेळी लियां अरि दल ग्यान लियों बरदाई सूं .. चौहान चमक चाँदणी फैली सूरज की लालिमा झैली संयोगिता स्वयंबर राच्यो किसन पुराण चौहान नं बाँच्यो चढ़ तुरंग तीतरातो राज उठा लायो राणी नं आज गैले- चालतां .. चालतां गैले रा'ड़ कियों.. बांध लियो परथ्वी नं गौरी आँख्या फोड़ दियो तीजी आँख शंकर की हीठी तीर सूं तोड़ दियो कतरा सूं ईं मरयो नं उं उं मरयो .. बीर चौहान सूं उगतो सूरज .. ©Dilip Singh Harpreet #राजस्थान #राजस्थानी #prithvirajchauhan #दिलीप_सिंह_हरप्रीत #मायड़भासा #RajasthanDiwas #rajasthan #RAJASTHANI #SaveRajasthani