बिना किसी हमसफर के जिंदगी नहीं चल सकती है क्या बिना चाहत की यहाँ कोई दुनिया नहीं हो सकती है क्या इश्क ही तो नहीं होता है सब कुछ किसी एक के लिए, कोई रिश्ता यहाँ नहीं चल सकता है इश्क़ के सिवा क्या दो दिलों के एहसास से ही पनप सकता है कोई भी रिश्ता, बिना दिल में एहसास के कोई रिश्ता पनप सकता है क्या ये जरूरी नहीं है कि सभी का इश्क़ मुकम्मल ही हो जाए, बिना मुकम्मल इश्क के यहाँ इश्क नहीं कहलाता है क्या ♥️ Challenge-692 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।