प्यार में बंधन न कोई स्वच्छंद उड़े प्रेमी पंछी पैरों में बेड़ी नहीं कोई क्षितिज तक जहाँ दृष्टि प्रिय-दर्शन हो वहीं....! विरह अनभिज्ञ हृदय हो कुसुमित मन उपवन हो आलिंगन में प्रियतम हो साँझ-सवेरे सर्वदा संग वहीं..! 🌹 प्यार की सीमा न कोई यह जैसे आकाश अनंत। #प्यारकीसीमा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi