तुम्हें जीतना है।
अब असल कहानियाँ अपने सुनाए जाने की राह देख रही हैं।
वे अव्यक्त अनुभूतियां व्यक्त होने को छटपटा रही हैं।
हर रुदन, हर कृन्दन, हर दुःख, हर निराशा, हर ख़ुशी, हर कृतज्ञता, हर भाव बाहर आना चाहता है, जो न जाने कहाँ कहाँ भटकने के बाद ICF के गलियारों में अपना सफ़र तय कर रहा है।
ये खाली समय यूँ ही नहीं मिला है। अब कहानियाँ गढ़ी नहीं जाएंगी।
ईश्वर की गढ़ी कहानियाँ कही जाएँगी।