समीकरण (कविता अनुशीर्षक में) #समीकरण प्रेम में पड़ी लडक़ी नहीं देखना चाहती जीवन में किसी तरह की विषमता। ज़िन्दगी को जीना चाहती है कविताओं के समीकरण से। भागती हैं दूर गणित से,