:💕😊🍉🍀🍀 Good evening ji ☕☕🍀🍀🍉💕💕☘😊🍀🍉💕💕☘
बात तो आकर्षण से ही शुरू होती है ।
संयम और सदाचार की न्यूनता !
असभ्य और उच्छ्रंखलता
का आवरण ओढ़ सादगी रहती है !
मैं ये नहीं कहता कि अच्छा कोई नहीं
पर अधिकतर तो सब बुरे ही रहते हैं !😊
चार आश्रमों की उपयोगिता अब समझ आती है।