आजीज आ चुके हैं जमाने की रुखाई से गम, कहते हैं चलो, खुशियों की चलते हैं राह। क्या करेंगे रूककर उस जगह पे हम, जहां है ही नही अब हमारी चाह।। चाह #nojoto#nojotohindi#chahat #sukun