मेरे अल्फ़ाज लब्जों से इश्क नहीं बनता जनाब, इश्क तो है एक प्यारा सा एहसास इस एहसास की एहमियत बहुत है इश्क में, वरना यूंही राधा-कृष्ण का नाम नहीं होता इतना खास --अपूर्व वार्ष्णेय #Spread_love #Radha_krishna_love