हे मन, तूं सच न समझ रहा, जिसे चूम रहा ,तू चाट रहा वो देह है माटी की गुड़िया, जिसे छूकर लड्डू बांट रहा जिसे हूर-परी तू समझे है वो लहू-मांस का बुत है बस जिसे रूप-हुस्न तू कहता है वो चार दिनों की रुत है बस #lust. #yqdidi #yqbhaijan #bodyandsoul #truth #husn #pornography