जो मौज लेते रहे आये हाये में। देख चाँद को ज़ुल्फों के साये में। तुम न आई तो नींद भी रूठ गई! रात गंवा चुके देखो गाहे बगाहे में। मसला सुबह होने पर खुल जाएगा! जो खुली रही आँखें रात जगाहे में। ♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1040 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।