वो अंजान होते हुए भी सब जान जाता हैं वो रोते हुए भी सबको हसा जाता हैं एक अंजाना सा रिश्ता हो जाता हैं उससे भी जिसे दोस्ती का नाम कहा जाता हैं friendship shayri