मन मे रंगों की छबि लेकर, तन को आज भीगाने दो, इन सतरंगी रंगों से मुखड़े को आज सजाने दो, मालपुये से सजी थालिया, चौबारे मे आने दो, देखो कोई बच ना पाए, रंग ज़रा बरसाने दो. "हरीश तन्हा" ©Harish Pandey #happyholi#हरीशtanha