ज़िन्दग़ी इक आइना है , ख़ुद को देखने के लिए। ज़िन्दग़ी इक कारवाँ है, रिश्तों को समेटने के लिए। ज़िन्दग़ी कितने ही , ग़ाम-ओ-मुक़ामों से गुज़रती है, ज़िन्दग़ी हमनवां है,अरमानो को सहेजने के लिए। ज़िन्दग़ी क्या है , दर्दो-ग़म का इक मुजस्समा है, ज़िन्दग़ी इक रहनुमा है , रोशनी बिखेरने के लिए। ज़िन्दग़ी इक माला है , सुख़-दुख़ः के मोतियों की, ज़िन्दग़ी इक दास्ताँ है , सुनने- सुनाने के लिए। नमस्कार लेखकों। 🌸 Collab करें #RZMeWriMo_H11 के साथ और अपने ख़्याल व्यक्त करें। अच्छे लेखन को हमारे Instagram पेज पर feature किया जाएगा। (लिंक bio में है।) ❤️ #rz_mewrimo #restzone #collabwithrestzone #yqrestzone #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with Rest Zone