क्या आप जानते हैं ? श्री विष्णुरूप में लक्ष्मीजी और कृष्ण रूप में लक्ष्मीजी का अंश रुक्मिणी जी भगवान श्रीकृष्ण की पत्नी हैं। चंद्रमा और लक्ष्मी जी समुद्र से प्रकट हुए हैं, इसलिए चन्द्रमा लक्ष्मी जी के भाई हैं। इसी प्रकार श्रीकृष्ण की पटरानी यमुनाजी के पिता सूर्यदेव हैं। सूर्य और चन्द्र दोनों ही ग्रह भगवान श्री कृष्ण की आराधना करने वाले भक्तों का अष्ट नहीं करते। श्रीकृष्ण के चरण कमलों का स्मरण सदा बना रहे तो उसी से पापों का नाश, कल्याण की प्राप्ति, अन्तः करण की शुद्धि, परमात्मा की भक्ति और वैराग्ययुक्त ज्ञान-विज्ञान की प्राप्ति हो जाती है। ©KhaultiSyahi #Brahmamuhurat @ 5:00#navratri #krishna_flute #LAXMIJI #didyouknow #khaultisyahi #life #truth