सुरासम्पूर्णकलशं रुधिराप्लुतमेव च। दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु मे॥ जगज्जननी जगदम्बा के चतुर्थ स्वरूप माँ कूष्माण्डा की उपासना-आराधना से दीर्घायु, यश, बल और आरोग्यता का आशीर्वाद मिलता है। देवी माँ से सबके लिए सुख-शांति और समृद्धि की प्रार्थना है। जय माँ कूष्माण्डा! ©Abhishek Mishra #navratri #maa #follow #viral #status #story #Motivational #Nojoto