मज़बूर मैं हूं।।। जहाँ भी देखा,सिर्फ़ हर जगह,मैं हूं... जहाँ भी हूं, एक से बढ़ के एक,मैं हूं... ना खुद पे गुमान,ना गुमान की तुम में भी,मैं हूं... ना हम में तुम हो,ना हम में,मैं हूं... #मैं_हूँ।