भीड़ लोगों के भीड़ से निकलना आसान नहीं होता, अपना अलग पहचान बनाना आसान नहीं होता। कुछ कर गुजरने की चाह आसान नहीं होता, जुनून की हद तक जाना आसान नहीं होता। तपना पड़ता है खुद को बनाने के लिए, मेहनत लगती है खुद को टिकाने के लिए। बहुत सहना पड़ता है खुद को चमकाने के लिए, खुद से लड़ना पड़ता है भीड़ से सलाम पाने के लिए। तब जाकर मिलती है मुकम्मल जहान, अपने सपनों का पंख फैलाने के लिए।। लोगों के #भीड़ से निकलना आसान नहीं होता, अपना अलग पहचान बनाना #आसान नहीं होता। कुछ कर गुजरने की #चाह आसान नहीं होता, #जुनून की हद तक जाना आसान नहीं होता। तपना पड़ता है खुद को बनाने के लिए, #मेहनत लगती है खुद को टिकाने के लिए। बहुत सहना पड़ता है खुद को #चमकाने के लिए, खुद से लड़ना पड़ता है भीड़ से #सलाम पाने के लिए।