चाँद भी देखा, देखे अनगिनत तारे फूल भी देखा बादल, बिजली, तितली, जुगनू देखे सारे कोई नही है ऐसा तुम्हारे कशिश ए हुस्न जैसा ©हिमांशु Kulshreshtha तेरे जैसा...