निशांत हैं भतीजा मेरा पर दोस्त भी बन जाता हैं, संस्कार दिये हैं दादा भाभी ने,आज भी निभाता हैं, हमेशा मस्ती में रहता वो, लगता बिल्कुल मतवाला हैं, छोटा है और प्यारा है वो सभी का राज दुलारा हैं, पत्नी के रूप में मिली हैं श्रेहा उसे जो हमेशा ही साथ निभाये, प्रशांत जैसा भाई और शैली जैसी भाभी उसकी ढाल कहलाये, करता हूँ बस ये ही दुआ,वो जो चाहे उसे मिल ही जाये, इस जन्मदिन के अवसर पर उसकी हर मुराद पूरी हो जाये। जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं