हाथ की लकीरें भाग्य तय नहीं करती हैं बढ़ाती हैं फासला। हाथ का श्रम और परिश्रम भाग्य का फैसला भी करता हैं और बढ़ाता है हौसला। शायरः-शैलेन्द्र सिंह यादव #NojotoQuote शैलेन्द्र सिंह यादव की शायरी हाथ का श्रम।