खामोशियों की अपनी ज़बान है , सलीका हर किसी को नहीं आता पढ़ने का जो खामोशियां समझ जाए ऐसा इंसा कहाँ,,,,,, #गढ़वालीगर्ल #अनाम #खामोशी #ज़बान #yqdidi #morningthoughts