नेताओं की भी अपनी एक अजब कहानी है, कभी नई के साथ, तो कभी पार्टी पुरानी है|| खाते जिसमें उसी में छेद करते हैं, जनता और जनार्दन में भेद करते हैं|| कभी अनशन तो कभी प्रदर्शन होता है, कभी गाली - गलौज तो कभी अमृत वर्षण होता है|| होता नहीं जनाधार फिर भी खुद के कसीदे पढ़ते हैं, नहीं मिले जनाधार तो दोष प्रशासन पर मढ़ते हैं|| जनाब कभी आओ जनता की सेवा में तत्पर बनकर, जनार्दन देगी समर्थन भी तुम्हें मुट्ठियां भर भरकर|| #मेरीकलमसे #राहुलयादव #निशब्द #मेरीकलमसे #राहुलयादव #निशब्द