तिमिर फैला है शहर में । जिस सड़क पर , गाड़ियों की पें पें लोगों की चें चें कौलाहल मचाती थी ।। आज सब सुनसान है यहाँ , आठो पहर में ।। भय बसा हुआ है लोगों के दिल में। सब दुबके हुए हैं अपने बिल में। जो मजबुत हैं, वो भी मैदान छोड़कर भागे हैं । जो मजबूर हैं, वो बस आगे हैं । गरीब हैं, आभागे हैं।। ----रंजेश सिंह #ranjesh #migrant #Biharism #Struggle #COVID