याद है आज भी कहना उसका मैं तुमसे बात नहीं करती, याद है कहना उसका मैं तुम्हारे प्यार की कद्र नहीं करती। इकरार से उसके उम्मीद-ए-जिन्दगी खत्म हो जाती 'तरंग', सच है आशिकों को सुकूं-ए-जिन्दगी अच्छी नहीं लगती। .......सतेन्द्र शर्मा 'तरंग' 💕💕तेरी यादों के झरोखों से.......