तेरी बज़्म में महफ़िल तेरी है क्या हैसियत मेरी है जो तेरी रज़ा थी वो तूने किया मुझको बना के क्या हासिल किया पहचान लूँगा एक दिन खुद को मैं तेरी क्या रहेगी उस दिन सोच जरा यह ये अपनी तलाश, देखिए कहाँ ले कर जाती है? #अपनीतलाश #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi