बेनकाब हो चुका अंधेरा नजरों से उतरा है कांच की बोतल के टुकड़े नहीं जरा देख कर चुभ न जाए मेरा दिल टूटा जमीन पर बिखरा है #Shyari #youthshyar #lekhna #Dard