शामें होती हैं मयस्सर, ख्वाब घूमने लगते हैं... एक पहर एक सहर, यादों की उधेड़बुन से, दूर जाने लगता है, और फिर अंधेरा छट जाता है... ©Arpit Jain AR #और फिर_सुबह_हो_जाती_है #arnam #mountain