कुछ देर मेरे पास रहो मेरे अनुनय में इकट्ठा मुझे दो अपना सर्वस्व घुल कर अनुनय में प्रशमित के प्रयास में विषयक सूत्र में बंधे गठबंधन का अनुष्ठान अग्नि प्रज्वलित होगा चैतन्य का आह्वान करूँ विधि अनुसार पवित्र होकर प्रथम,अतीत को विराजमान करूँ एक पुष्प समर्पित करूँ चंदन लेप धरूँ और गुण वर्णन ऐसा अनुनय शुभ,अशुभ से ऊर्ध्व होगा मानो तो देव नहीं तो पत्थर मन कह लो,आत्मा कह लो,हृदय कह लो इनका विशुद्ध इच्छा विदित होगा प्रयास का अर्क होगा या अपने अनुनय में सम्मिलित करो कुछ देर मेरे पास रहो अतीत को यथा स्थान भेजने का संस्कार तुम्हें करना है या मुझे? प्रयास तो दिखना चाहिए।। कुछ देर मेरे पास रहो मेरे अनुनय में इकट्ठा मुझे दो अपना सर्वस्व घुल कर अनुनय में