पैग़ामे मुस्तफा को सुनाया हुसैन ने सर बातिलो के आगे ना घुकाया हुसैन ने अधूरा रह जाता दिने मुहम्मद इस्लाम का रुतबा बढ़ाया हुसैन ने सर तन से जुदा था फिर भी लब पे था कलामे इलाही इस्लाम क्या है मुसलमान को बताया हुसैन ने नाना को भी नाज़ है अपने नवासे पर कुछ इस तरह से वादा निभाया हुसैन ने yade Hussain ...... Masumshayar