✍️✍️ राजनीति का चश्मा चढ़ रहा है सगा रिश्ता भी तिल-तिल मर रहा है ✍️✍️ जमना अपने बुरे दौर में है लोग जलते हैं सूरज चढ़ रहा है ©writervinayazad ✍️✍️ राजनीति का चश्मा चढ़ रहा है सगा रिश्ता भी तिल-तिल मर रहा है ✍️✍️ जमना अपने बुरे दौर में है