स्वस्थ जीवन का एक ऐसा पक्ष है जिस पर हमारी व्यक्तिगत ही नहीं बल्कि देश की सभी सामाजिक आर्थिक और सांस्कृतिक प्रगति टिकी है स्वास्थ्य सुविधाएं हमारे जीवन के हर पक्ष की गुणवत्ता का स्तर तय करती है मौजूदा कोरोनावायरस ने जिस तरह वैश्विक स्वस्थ आपदा को जन्म दिया उस में स्वस्थ की बुनियाद तैयारी को नए सिरे से संवारने का संदेश भी है भौगोलिक और जनसंख्या की विधाओं के कारण भारत के करोड़ों नागरिक तथा स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बड़ी चुनौती रही है आज देश आजादी के 100 वर्ष पूरे होने को लक्ष्य मानकर विभिन्न क्षेत्रों में अपनी कार्ययोजना बना रहा है ऐसे में स्वास्थ्य क्षेत्र की आवश्यकता चुनौतियों और शंकाओं का विश्लेषण कर हमें एक टिकाऊ व्यवस्था करनी होगी आधारभूत ढांचे जो सहित से जुड़ी भौतिक संरचना और विशेष चिकित्सा मानव संसाधन की उपलब्धता के साथ आरोग्य जीवन शैली पर टिका हो स्वस्थ से समृद्ध की इस यात्रा में डिजिटल हेल्थ सिस्टम पूरी स्वास्थ्य ढांचे की उत्पादकता को नया आयाम देगा स्वास्थ्य से समृद्धि की राह पर बढ़ने के लिए वित्त वर्ष 2022 तेज के केंद्रीय बजट में मोदी सरकार करोड़ों रुपए का प्रावधान किया यह से राशि वितरण 2000 21 और 22 में करोड़ों के मुकाबले 16% अधिक रही नेशनल हेल्थ मिशन के बजट आवंटन में 7% की वृद्धि हुई हेल्थ फैक्चरिंग और बजट ₹100000000 बढ़कर 1978 किया गया ©Ek villain #स्वास्थ्य सेवाओं का डिजिटल विस्तार #doubleface